सार -संक्षेप :यदि कोई मर्द अपनी स्त्री के साथ सहवास के बाद निरनतर एक बरस की कोशिश के बाद भी बाप बनने का सुख न प्राप्त कर सके तो उसे मर्दों में पाए जाने वाले 'बांझपन' से ग्रस्त बतलाया जाता है।
मर्दों में यह बांझपन कई वजहों से हो सकता है मसलन :
(१ )अंडकोषों में भौतिक दोष
(२ )शुक्राणु (spermatazoan )यानी परिपक्व पुरुष प्रजनन कोशिका जिसमें अन्य कोशिकाओं की मानिंद ही एक केंद्रीय भाग होता है जिसके गिर्द कोशीय पदार्थ रहता है। उन नालियों का अवरुद्ध होना जिनमें से होकर यह शुक्राणु सहवास के शिखर क्षणों में शिश्न से बाहर आता है.
(३ )हार्मोन सम्बन्धी गड़बड़ियां (मनुष्य में पुरुष और स्त्री हारमोन दोनों ही रहते हैं मर्दों में पुरुष हारमोन अधिक रहता है औरतों में स्त्री हारमोन। )
(४ )पूर्व वृत्तांत उच्च ज्वर या मम्प्स का (गलसुआ )लार ग्रंथियों की सोजिश से ताल्लुक रखने वाला एक विषाणु से पैदा ( Contagious viral infection of parotid glands also called Salivary Glands)नौनिहालों को होने वाला एक संक्रमणशील रोग लार ग्रंथियों का जिसमें गर्दन सूज जाती है का पूर्व वृतांत या इतिहास होना।
(५ )प्रजनन संबंधी आनुवंशिक दोष
( ६ )जीवन शैली और हमारा पर्यावरण मसलन कुछ लोगों को धूम्रपान ,तम्बाकू अन्य नशीले मादक पदार्थों की लत आदिक जो शुक्र की गुणवत्ता उसकी मर्दानगी को कम कर सकते है।
ऐसा नहीं है के सिर्फ मर्दों में ही बांझपन होता है अलबत्ता कुल मामलों में मर्दों की हिस्सेदार एक तिहाई तथा इतनी ही औरतों की रहती है। कई मर्तबा बांझपन की वजह का पता ही नहीं चलता कोई वजह से इसकी पकड़ में नहीं आ पाती।
अलबत्ता बांझपन एक ग्लोबल समस्या है जिसके समाधान के लिए अब अधुनातन फर्टिलिटी क्लिनिक हैं। शल्य चिकित्सा है। परखनाली गर्भाधान है ,धाय -माँ या किराए की कोख है।अनेक समाधान हैं। एक दूसरे को दोषी ठहराना गंवारपन है अभिज्ञता है।
विशेष :भारत जैसे विकासशील देशों में आज भी अजीबो -गरीब हरकतें, क्रूर सामाजिक व्यवहार तानाकशी संतान हीनता के मामलों में अक्सर देखी जाती है।यहां भी मर्द बढ़चढ़ कर हांकता है ज़मीन से कटा हुआ मर्द कुछ भी कर सकता है। यहां एक ऐसी ही रिपोर्ट इस लघु आलेख के साथ नथ्थी है। कृपया पढ़िए :
मर्दों में यह बांझपन कई वजहों से हो सकता है मसलन :
(१ )अंडकोषों में भौतिक दोष
(२ )शुक्राणु (spermatazoan )यानी परिपक्व पुरुष प्रजनन कोशिका जिसमें अन्य कोशिकाओं की मानिंद ही एक केंद्रीय भाग होता है जिसके गिर्द कोशीय पदार्थ रहता है। उन नालियों का अवरुद्ध होना जिनमें से होकर यह शुक्राणु सहवास के शिखर क्षणों में शिश्न से बाहर आता है.
(३ )हार्मोन सम्बन्धी गड़बड़ियां (मनुष्य में पुरुष और स्त्री हारमोन दोनों ही रहते हैं मर्दों में पुरुष हारमोन अधिक रहता है औरतों में स्त्री हारमोन। )
(४ )पूर्व वृत्तांत उच्च ज्वर या मम्प्स का (गलसुआ )लार ग्रंथियों की सोजिश से ताल्लुक रखने वाला एक विषाणु से पैदा ( Contagious viral infection of parotid glands also called Salivary Glands)नौनिहालों को होने वाला एक संक्रमणशील रोग लार ग्रंथियों का जिसमें गर्दन सूज जाती है का पूर्व वृतांत या इतिहास होना।
(५ )प्रजनन संबंधी आनुवंशिक दोष
( ६ )जीवन शैली और हमारा पर्यावरण मसलन कुछ लोगों को धूम्रपान ,तम्बाकू अन्य नशीले मादक पदार्थों की लत आदिक जो शुक्र की गुणवत्ता उसकी मर्दानगी को कम कर सकते है।
ऐसा नहीं है के सिर्फ मर्दों में ही बांझपन होता है अलबत्ता कुल मामलों में मर्दों की हिस्सेदार एक तिहाई तथा इतनी ही औरतों की रहती है। कई मर्तबा बांझपन की वजह का पता ही नहीं चलता कोई वजह से इसकी पकड़ में नहीं आ पाती।
अलबत्ता बांझपन एक ग्लोबल समस्या है जिसके समाधान के लिए अब अधुनातन फर्टिलिटी क्लिनिक हैं। शल्य चिकित्सा है। परखनाली गर्भाधान है ,धाय -माँ या किराए की कोख है।अनेक समाधान हैं। एक दूसरे को दोषी ठहराना गंवारपन है अभिज्ञता है।
विशेष :भारत जैसे विकासशील देशों में आज भी अजीबो -गरीब हरकतें, क्रूर सामाजिक व्यवहार तानाकशी संतान हीनता के मामलों में अक्सर देखी जाती है।यहां भी मर्द बढ़चढ़ कर हांकता है ज़मीन से कटा हुआ मर्द कुछ भी कर सकता है। यहां एक ऐसी ही रिपोर्ट इस लघु आलेख के साथ नथ्थी है। कृपया पढ़िए :
Infertility is a term doctors use if a man hasn't been able to get a woman pregnant after at least one year of trying. Causes of male infertility include
- Physical problems with the testicles
- Blockages in the ducts that carry sperm
- Hormone problems
- A history of high fevers or mumps
- Genetic disorders
- Lifestyle or environmental factors
About a third of the time, infertility is because of a problem with the man. One third of the time, it is a problem with the woman. Sometimes no cause can be found.
If you suspect you are infertile, see your doctor. There are tests that may tell if you have fertility problems. When it is possible to find the cause, treatments may include medicines, surgery, or assisted reproductive technology. Happily, many couples treated for infertility are able to have babies.
NIH: National Institute of Child Health and Human Development
चार साल से नहीं हो रहा था बच्चा, गुस्साए पति ने दूसरी मंजिल से पत्नी को नीचे फेंका
पति हिजबुर्रह्मान उर्फ़ शब्बू ने तमंचे की बट से पीड़िता के सिर पर वार किया और उसे छत से नीचे फेंक दिया था. छत से नीचे फेंके जाने पर विवाहिता के पैर और हाथ की हड्डी टूट गई.
जबकि पुरुष भी होते हैं बाँझ। बाकायदा पुरुष बांझपन का पता एक स्खलन में मौजूद शुक्राणुओं की संख्या ,गुणवत्ता ,मोटिलिटी से आसानी से लग जाता है। महिआलों में डिम्ब वाहिकाएं अवरुद्ध हो सकतीं हैं। कुछ को एक से बहुत ज्यादा ह्यमेंन एग हर माह बनते तो हैं लेकिन सर्वाइव एक भी नहीं करता। इसका कारण एक लाइलाज बीमारी पोलिसिस्टिक फाइब्रोसिस होती है। जो हो फर्टिलिटी क्लिनिक में पूरी जांच के बाद सिस्टिक फाइब्रोसिस को छोड़ बाकी समस्याओं का निदान और समाधान आज दोनों उपलब्ध हैं।
विश्व रिकॉर्ड है गर्भाधान से बाहर ग्लास की तस्तरी में एम्बियों को पनपा कर रोपने के बाद नवजातों का अष्टक आज आबाद है लेकिन वे दम्पति ईसाई हैं कांग्रेस के लाडले मुसलमान नहीं हैं।
ये कांग्रेस की तुष्टिकरण नीतियों का दोष है जिसने आज मुस्लिम समाज को सामाजिक हाशिये के पायदान की सबसे निचली सीढ़ी पर बरसों बरस बनाये रखा है और आज भी छिटकती है इनके अग्रगामी होने पर।
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में एक विवाहिता को चार साल तक बच्चा न होने पर उसके पति ने घर की दूसरी मंजिल की खिड़की से नीचे फेंक दिया. जिससे पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गई. आसपास के लोगों ने घायल महिला को अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसका इलाज किया जा रहा है. वहीं देर रात पुलिस ने आरोपी पति को तीन तमंचों के साथ गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी इन तमंचों को इस्तेमाल पत्नी को डराने के लिए करता था. पीड़ित महिला के भाई ने इस मामले में पुलिस में केस दर्ज कराया है.
मिली जानकारी के मुताबिक, घटना गलशहीद थाना छेत्र के असालतपुरा इलाके की है. यहां विवाहिता अंजुम की शादी हिजबुर्रह्मान उर्फ़ शब्बू से चार साल पहले हुई थी. शादी के चार साल तक उसे कोई संतान नहीं हुई तो घर में आए दिन उसके साथ मारपीट शुरू हो गई. आए दिन उसे पीटा जाने लगा और साथ ही मायके से पैसे लाने पर दबाव बनाया जाने लगा. रविवार रात साढ़े ग्यारह बजे बच्चे को लेकर एक बार फिर घर में विवाद शुरू हो गया था. जिसके बाद पति हिजबुर्रह्मान उर्फ़ शब्बू ने तमंचे की बट से पीड़िता के सिर पर वार किया और उसे छत से नीचे फेंक दिया था. छत से नीचे फेंके जाने पर विवाहिता के पैर और हाथ की हड्डी टूट गई.
क्षेत्राधिकारी सुदेश कुमार ने बताया कि महिला को मकान की दूसरी मंजिल ने नीचे फेंकने का मामला सामने आया है. पीड़िता के भाई की तहरीर पर मामला दर्ज कर लिया गया है. इसमें पीड़िता के बयान दर्ज कर लिए गए हैं. जिसमें बच्चा न होने की वजह सामने आई है. पुलिस ने आरोपी पति को गिरफ्तार किया है, उसके पास से तीन तमंचे भी बरामद हुए हैं.
मिली जानकारी के मुताबिक, घटना गलशहीद थाना छेत्र के असालतपुरा इलाके की है. यहां विवाहिता अंजुम की शादी हिजबुर्रह्मान उर्फ़ शब्बू से चार साल पहले हुई थी. शादी के चार साल तक उसे कोई संतान नहीं हुई तो घर में आए दिन उसके साथ मारपीट शुरू हो गई. आए दिन उसे पीटा जाने लगा और साथ ही मायके से पैसे लाने पर दबाव बनाया जाने लगा. रविवार रात साढ़े ग्यारह बजे बच्चे को लेकर एक बार फिर घर में विवाद शुरू हो गया था. जिसके बाद पति हिजबुर्रह्मान उर्फ़ शब्बू ने तमंचे की बट से पीड़िता के सिर पर वार किया और उसे छत से नीचे फेंक दिया था. छत से नीचे फेंके जाने पर विवाहिता के पैर और हाथ की हड्डी टूट गई.
क्षेत्राधिकारी सुदेश कुमार ने बताया कि महिला को मकान की दूसरी मंजिल ने नीचे फेंकने का मामला सामने आया है. पीड़िता के भाई की तहरीर पर मामला दर्ज कर लिया गया है. इसमें पीड़िता के बयान दर्ज कर लिए गए हैं. जिसमें बच्चा न होने की वजह सामने आई है. पुलिस ने आरोपी पति को गिरफ्तार किया है, उसके पास से तीन तमंचे भी बरामद हुए हैं.
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